माघ मास के शुक्ल पक्ष क षष्टी तिथि अर्थात छठी तिथि में शीतला षष्ठी व्रत किया जाता है. वर्ष 2011 में यह व्रत 9 फरवरी के दिन किया जायेगा. यह व्रत संतान प्राप्ति के लिये किया जाता है. इस व्रत को करने से उपवासक कि आयु तथा संतान की कामना पूरी होती है. कहीं-कहीं इस व्रत के दिन कुते की सेवा भी की जाती है. तथा कुत्ते को टीका लगाकर उसे पकवान खिलाये जाते है.
यह व्रत विशेष रुप से स्त्रियों के द्वारा किया जाता है. इस व्रत के दिन उपवास करने वाली स्त्रियों को गर्म जल से स्नान करने से बचना चाहिए. साथ ही इस दिन व्रत करने वाली स्त्रियों को गर्म भोजन करने से भी बचना चाहिए. इस व्रत को उतरी भारत में विशेष रुप से किया जाता है. इसके साथ ही यह व्रत बंगाल राज्य में अधिक प्रचलित है. कुछ स्थानों में इस व्रत को बासियौरा के नाम से जाना जाता है.
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